Monday 9 January 2017

हे काली माँ

हे जग की जग माता
शक्ति स्वरूपा दुर्गा माँ
करूणावतार विष्णुप्रिया
हे काली माँ तुझे प्रणाम !

दे दो शक्ति तुम आज मुझे
कर दूँ दुश्मन का चीर -फाड़
सुसज्जित कर अस्त्रों से मुझे
दे दे अपनी तू दृष्टि मुझे
जो कू दृष्टि नारी पर डाले
कर दूँ उसका समूल नाश
हे काली माँ तुझे प्रणाम !

चाहूँगी मैं आशीष तेरा
हर नारी के लिए आज
बन जाए वो चामुण्डा माँ
गर छुए कोई दूषित हाथ
मुण्ड -मुण्ड खण्डित कर दे
फिर न जन्में कोई चण्ड यहाँ
हे काली माँ तुझे प्रणाम !
हे जग की जग माता
शक्तिस्वरूपा दुर्गा माँ
करूणावतार विष्णुप्रिया
हे काली माँ तुझे प्रणाम !

वंदना सिंह
(कापी राईट सुरक्षित)

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