Saturday 23 April 2016

सुभाष चाहिए

इस देश को आज फिर सुभाष चाहिए
जो बदल दे देश की बिगड़ी तकदीर को
एक हुंकार से मोड़ दे हवा की तासीर को
विश्व जिसके आगे झुकने को मजबूर हो
एेसा एक इंसान आज फिर से चाहिए
इस देश को........
जिसनें हिला कर रख दिया था इग्लैण्ड के ताज को
जय हिंद से गुंजाया था जिसनें ब्रह्माण्ड को
सागर भी जिसके आगे वाहें पसारता हो
एेसा इक इंसान आज फिर से चाहिए
इस देश को.........
जिसनें ठुकराया था एेशो आराम को
काँटों का बिस्तर उसे फूलों सा लगता हो
मातृ भूमि की सेवा ही जिसका सर्वस्व हो
एेसा एक इंसान आज फिर से चाहिए
इस देश को आज फिर सुभाष चाहिए

                      वंदना सिंह
   (कापी राईट सुरक्षित )