Saturday 12 December 2015

असफलता सफलता की पहली सीढ़ी है

कई बार एेसा होता है हमारे प्रयास सफल नहीं होते,हम बार बार असफल होते हैं । कितने लोग तंग आकर प्रयास करना छोड़ देते हैं, तो कुछ लोग डटे रहते हैं,अपने संकल्प के प्रति । उन्हे विश्वास होता है अपनी मज़बूत इच्छा शक्ति पर,अपनी योग्यता पर ।
यहाँ पर मैं दो बातें और रखना चाहूँगी  ----
1. प्रयास की दिशा
2. प्रयास का संकल्प
    यदि आपनें इन दोनों बातों को ध्यान में रखकर कार्य आरम्भ किया तो देर सवेर आपको सफलता मिलनी ही है । धैर्य भी यहाँ  पर अहंम भूमिका निभाता है, अताह धैर्य का परिचय आपको देना ही होगा । असफलता से डरना नहीं चाहिये हाँ सोचना अवश्य चाहिये कि क्या मेरा तरीक़ा ठीक है काम करनें का ? यदि नहीं तो रास्ता बदल कर देखो ?
     यहाँ मैं अपनी मित्र का वाक्या सुनाना चाहूँगी  जो कि PCS की तैयारी कर रही थी, 2 प्रयास उसने किये किंतु सफलता नहीं मिली फिर उसके एक परिचित ने उसे बोला, तुम IAS क्यूँ नहीं देती ? फिर उसने भी सोचा हाँ हर्ज क्या है ? मित्रों  सच मानों उसका IAS में चयन प्रथम प्रयास में ही हो गया । ये उसकी क़िस्मत के साथ साथ मेहनत भी थी जो उसे मिलनी ही थी इसलिये आत्मविश्वास के साथ ईमानदारी से कार्य करें । हो सकता है आपको उतनी बड़ी सफलता न मिले जो आपने लक्ष्य बनाया था । सफल होने के लिये समय की क़ीमत पहचाननी होगी ।फ़ालतू के कामों से स्वंय को दूर रखें, लक्ष्य पर दृष्टि रखें ।बस इतना ध्यान रखिये असफलता सफलता की पहली सीढ़ी है ।

1 comment:

  1. आपने सच कहा असफलता ही सफलता की प्रथम सीढ़ी है।मनुष्य अपनी असफलताओं सही सीखता है ।

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