Friday 11 December 2015

भारत और उसके मोती

भारत विविधताओं से भरा,आशाओं से लवरेज वह देश है,जहाँ विभिन्न संस्कृतियाँ एक साथ फलती फूलती हैं,यही वो संस्कृतियाँ हैं जो भारत की सुंदरता में चार चाँद लगाती हैं।इन्हीं सब ख़ूबियों के कारण भारत की स्थित विश्व के देशों में सर्वोपरि है।जहाँ इतनी विविधताएँ हों,जहाँ इतनें धर्म हों,जहाँ इतनी संस्कृतियाँ हों,जहाँ इतने पहनावे हो,जहाँ इतने खानपान हो,जहाँ इतनी बोलियाँ हो,वहाँ कभी कभार कुछ घटनाएँ होना स्वाभाविक है ।भारत एक विशाल संयुक्त परिवार है।परिवार में झगड़ा होनें पर सदस्य घर छोड़ कर नहीं जाते,अपनें घर की बुराई पड़ोस में जाकर नहीं करते अपितु परिवार के मुखिया से विचार विमर्श करते हैं,समस्या का समाधान निकालते हैं,ये हमारे संस्कार हैं,इनको बनाये रखना हम सब का दायित्व है।

    हिंदू,मुस्लिम, सिक्ख, इसाई,बौद्ध, जैन ,पारसी ये सब माला के वो मोती है जिन को पिरो कर ही भारत रूपी माला का गठन होता है।

2 comments:

  1. पूरा देश ही हम सबका परिवार है । साधना...

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  2. पूरा देश ही हैम सबका परिवार है ।

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